पंडित जवाहरलाल नेहरू

पंडित जवाहरलाल नेहरू

पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर, 1889 ई. को इलाहाबाद (प्रयाग)में हुआ।

इनकी माता स्वरूप रानी और पिता मोती लाल नेहरू थे।

नेहरूजी ने अपनी स्कूली शिक्षा हैरो से और कॉलेज की शिक्षा ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज (लंदन) से पूरी की थी।

जवाहरलाल नेहरू ने 1912 ई. में बांकीपुर में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में पहली बार कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में हिस्सा लिया।

उन्हें 1921 ई. में कांग्रेस का महासचिव बनाया गया। इसी वर्ष प्रथम जेल यात्रा की।

1929, 1936, 1937 एवं 1951-56 ई. तक वे कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे।

1930 ई. में गाँधीजी द्वारा चलाए गए नमक सत्याग्रह एवं 30 अक्टूबर, 1940 ई. के व्यक्तिगत सत्याग्रह में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भाग लिया।

1946 ई. में वे भारत की प्रथम अंतरिम राष्ट्रीय सरकार के नेता के रूप में भारत के प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए।

वे स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने और 15 अगस्त, 1947 से 27 मई, 1964 ई. तक इस पद पर रहे।

नेहरू ने 1947 ई. में भारतीय विज्ञान कांग्रेस की स्थापना की।

1951 ई. में प्रथम एशियाई खेलों का दिल्ली में आयोजन करवाया।

उन्हें 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

नेहरू ने डिस्कवरी ऑफ इण्डिया, ग्लिम्पसेज ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री एवं मेरी कहानी नामक पुस्तकों की रचना की।

पंचशील सिद्धांत (1954 ई.) –

चीन और भारत दोनों देशों के बीच नई दिल्ली में 29 अप्रैल, 1954 ई. को तिब्बत को लेकर एक समझौता हुआ, जो पंचशील-समझौता के नाम से जाना जाता है। ये सिद्धांत निम्नलिखित हैं –

  1. एक दूसरे की प्रादेशिक अखंडता और सर्वोच्च सत्ता के लिए पारस्परिक सम्मान की भावना।
  2. अनाक्रमण की भावना।
  3. समानता एवं पारस्परिक लाभ।
  4. शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की भावना का विकास।
  5. एक दूसरे के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना।

बच्चे प्रेम से उन्हें चाचा नेहरू कहते थे।

भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी उनकी पुत्री थी।

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