REET 2022 पाठ्यक्रम L-1 (Syllabus Level – 1)
BSER द्वारा आयोजित राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा REET 2022 के पाठ्यक्रम L-1 (Syllabus Level – 1st) का विवरण व उससे सम्बन्धित जानकारी यहाँ उपलब्ध करवाई गई हैं। अगर किसी बिंदु पर विस्तृत जानकारी चाहिए तो उस पर Click करके प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न पत्र 1, खण्ड – (I) खण्ड का शीर्षक – बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ
REET 2022 पाठ्यक्रम L-1
कुल प्रश्न : 30
कुल अंक : 30
बाल विकास – वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में ) एवं अधिगम से उनका संबंध।
वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका।
व्यक्तिगत विभिन्नताएँ – अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।
व्यक्तित्व – संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन।
बुद्धि – संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ।
विविध अधिगमकर्ताओं की समझ – पिछड़े, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित-वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।
अधिगम में आने वाली कठिनाइयाँ
समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका
अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना। अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
अधिगम के सिद्धांत एवं इनके निहितार्थ।
बच्चे सीखने कैसे है? अधिगम की प्रक्रियाएँ। चिन्तन, कल्पना एवं तर्क
अभिप्रेरणा व इसके अधिगम के लिए निहितार्थ।
शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा – 2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण अ निर्माण। सीखने के प्रतिफल
क्रियात्मक अनुसन्धान
शिक्षा का अधिकार अधिनियम – 2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।
प्रश्न पत्र 1, खण्ड – (II) खण्ड का शीर्षक – भाषा 1 हिंदी
REET 2022 पाठ्यक्रम L-1
कुल प्रश्न : 30
कुल अंक : 30
एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न –
पर्यायवाची, विलोम, वाक्यांशों के लिए एक शब्द, शब्दार्थ, शब्द शुद्धि, उपसर्ग, प्रत्यय, संधि, समास, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय।
एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न –
रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना। दिए गए शब्दों का वचन, काल और लिंग बदलना।
वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध, मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न।
भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास।
भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना), हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ, शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठ्य पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन।
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परिक्षण का निर्माण, समग्र एवं सतत मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण।
प्रश्न पत्र 1, खण्ड – (III) खण्ड का शीर्षक – भाषा – द्वितीया (संस्कृतम्)
प्रश्ना : – 30
प्रश्नांका : – 30
एकम् अपठित गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धित: प्रश्नाः –
शब्दरूप-धातुरूप-कारक-विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय-संधि-समास- लकार-सर्वनाम-विशेष्य-विशेषण-लिंग-संख्याज्ञानम्-समयज्ञानम्-अव्ययेषु प्रश्ना: ।
एकम् अपठितं पद्यांशम् वा श्लोकम् राजस्थानस्य इतिहास-कलां-संस्कृति आदिनाम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-बिन्दुसम्बन्धिन: व्याकरण प्रश्ना: -सन्धि-समास-कारक-प्रत्यय-छन्द-लकारसम्बन्धिन: प्रश्ना: ।
विशेष्य-विशेषण-लिंगसम्बन्धिन: प्रश्ना: ।
संस्कृतानुवाद: स्वर-व्यंजन-उच्चारणस्थानानि, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्लकार) अशुद्धिसंशोधनम् संस्कृत सूक्तय: ।
(i) संस्कृत भाषा-शिक्षण-विधय: ।
(ii) संस्कृत भाषा-शिक्षण-सिद्धान्ता: ।
(iii) संस्कृत शिक्षणाभिरूचिप्रश्ना: ।
संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्)
संस्कृतशिक्षणे-अधिगमसाधनानि, संस्कृतशिक्षणे सम्प्रेषणस्य साधनानि, संस्कृतपाठ्यपुस्तकानि।
संस्कृतभाषाशिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिन: प्रश्ना:, मौखिक-लिखितप्रश्नानाम प्रकारा: सततमूल्यांकनम उपचारात्मक-शिक्षणम्।
प्रश्न पत्र 1, खण्ड – (IV) खण्ड का शीर्षक – गणित
REET 2022 पाठ्यक्रम L-1
कुल प्रश्न : 30
कुल अंक : 30
एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ –जोड़, बाकी, गुणा, भाग, भारतीय मुद्रा।
भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्न, समान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, मिश्र भिन्न, असमान हर वाली उचित भिन्न की तुलना, भिन्न की तुलना, भिन्न की जोड़ व बाकी, अभाज्य एवं संयुक्त संख्याएँ, अभाज्य गुणनखण्ड, लघुत्तम समापवर्त्य, महत्तम समापवर्तक।
ऐकिक नियम, औसत, लाभ-हानि, सरल ब्याज।
समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितिय आकृतियों की विशेषताएँ बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार।
लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंध वर्गाकार तथा आयताकार वस्तुओं के पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप।
गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिक गणित, आंकड़ों का प्रबंधन।
औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियों द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएँ, त्रुटी विश्लेषण एवं शिक्षण एवं अधिगम से संबंधित, निदानात्मक एवं उपचारात्मक शिक्षण।
प्रश्न पत्र 1, खण्ड – (V) खण्ड का शीर्षक – पर्यावरण अध्ययन
REET 2022 पाठ्यक्रम L-1
कुल प्रश्न : 30
कुल अंक : 30
परिवार –
आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुराइयां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, चोरी), दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम।
वस्त्र एवं आवास –
विभिन्न ऋतुओं में पहने जाने वाले वस्त्र, घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हस्त करघा तथा पावरलूम, जीव जंतुओं के आवास, विभिन्न प्रकार के मानव-आवास, आवास और निकटवर्ती स्थानों की स्वच्छता, आवास निर्माण हेतु विभिन्न प्रकार की सामग्री।
व्यवसाय –
अपने परिवेश के व्यवसाय (कपड़े सिलना, बागवानी, कृषि कार्य, पशुपालन, सब्जीवाला आदि), लघु एवं कुटीर उद्योग, राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग एवं हस्तकलाएँ, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां।
सार्वजनिक स्थल एवं संस्थाएं –
सार्वजनिक स्थल जैसे विद्यालय, चिकित्सालय, डाकघर, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक संपत्ति (रोड़ लाइट, सड़क, बस, रेल, सरकारी इमारतें आदि), विद्युत और जल का अपव्यय, रोजगार नीतियां, संसद, विधानसभा, राजस्थान के जिले एवं राजस्थान में पंचायती राज।
हमारी सभ्यता, संस्कृति –
राष्ट्रीय प्रतिक, राष्ट्रीय पर्व, राजस्थान के मेले एवं त्योहार, राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान, राजस्थान की वास्तुकला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान की प्रमुख विभूतियाँ एवं गौरव, राजस्थान की विरासत (प्रमुख दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान की लोकोक्तियाँ, राजस्थान के लोकदेवता।
परिवहन एवं संचार –
यातायात और संचार के साधन, सड़क पर चलने और यातायात के नियम, यातायात के संकेत, संचार साधनों का जीवन शैली पर प्रभाव।
अपने शरीर की देख-भाल –
शरीर के बाह्य अंग और उनकी साफ-सफाई, शरीर के आंतरिक भागों की सामान्य जानकारी, संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्त्व, सामान्य रोग (आंत्रशोथ, अमियोबायोसिस, मेटहीमोग्लोबिन, एनीमिया, फ्लुओरोसिस, मलेरिया, डेंगू) उनके कारण और बचाव के उपाय, पल्स पोलियो अभियान।
सजीव जगत –
पादपों और जंतुओं के संगठन के स्तर, सजीवों में विविधता, राज्य पुष्प, राज्य वृक्ष, राज्य पक्षी, राज्य पशु, संरक्षित वन क्षेत्रों एवं वन्य जीव ( राष्ट्रीय उद्यान, वन्य जीव अभयारण्य,बाघ संरक्षित क्षेत्र, विश्व धरोहर) की जानकारी, पादपों तथा जंतुओं की जातियों का संरक्षण, कृषि पद्धतियां।
जल –
जल, वन, नमभूमि और मरुस्थल की मूलभूत जानकारी, विभिन्न प्रकार के प्रदुषण एवं इनका नियन्त्रण, जल के गुण, जल के स्त्रोत, जल-प्रबंधन, राजस्थान में कलात्मक जल स्रोत, पेयजल व सिंचाई स्रोत।
हमारी पृथ्वी व अंतरिक्ष –
सौर परिवार, भारत के अंतरिक्ष यात्री।
पर्वतारोहण –
पर्वतारोहण में कठिनाइयां एवं काम आने वाले औजार, भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही।
पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एवं संकल्पना –
पर्यावरण अध्ययन का महत्त्व, समाकलित पर्यावरण अध्ययन, पर्यावरण शिक्षा के अधिगम सिद्धांत, पर्यावरण अध्ययन का विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ अंतर्सम्बंध एवं क्षेत्र,
पर्यावरणीय शिक्षाशास्त्र –
संकल्पना प्रस्तुतिकरण के उपागम क्रियाकलाप/प्रायोगिक कार्य, चर्चा, समग्र एवं सतत मूल्यांकन, शिक्षण सामग्री/सहायक सामग्री, शिक्षण की समस्याएँ, सूचना एवं संचार प्रोद्यौगिकी
बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं शैक्षणिक सत्र 2019-20 की प्रचलित पाठ्य पुस्तकों के आधार पर होगा, लेकिन प्रश्नों का कठिनाई स्तर सैकंडरी (कक्षा-10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।