You are currently viewing अध्याय 1 कैसे कब और कहाँ | कक्षा 8 | हमारे अतीत-3 | प्रश्नोत्तर
अध्याय 1 कैसे कब और कहाँ

अध्याय 1 कैसे कब और कहाँ | कक्षा 8 | हमारे अतीत-3 | प्रश्नोत्तर

अध्याय 1 प्रारम्भिक कथन: कैसे, कब, और कहाँ प्रश्न हल

इस पोस्ट में हम NCERT के नए पाठ्यक्रम के अनुसार कक्षा 8 की सामाजिक विज्ञान की हमारे अतीत-3 के अध्याय 1 प्रारम्भिक कथन कैसे कब और कहाँ के पाठ्य पुस्तक के सभी प्रश्नों को हल किया गया है। kaksha 8 hamare atit adhyay 1 prarambhik kathan: kaise, kab or kahan path ke sabhi prashon ke hal.

फिर से याद करें –

प्रश्न 1 सही और गलत बताएँ –

(क) जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई, तीन काल खण्डों में बाँट दिया था।

उत्तर – गलत

व्याख्या – जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को हिन्दू, मुस्लिम, ब्रिटिश तीन काले खण्डों में बाँटा था।

(ख) सरकारी दस्तावेजों में हमें ये समझने में मदद मिलती है कि आम लोग क्या सोचते हैं।

उत्तर – गलत

(ग) अंग्रेजों को लगता था कि सही शासन चलाने के लिए सर्वेक्षण महत्त्वपूर्ण होते हैं।

उत्तर – सही

आइए विचार करें –

प्रश्न 2 जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को जिस तरह काल-खण्डों में बाँटा हैं, उसमें क्या समस्याएँ हैं?

उत्तर- जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को हिन्दू, मुस्लिम व ब्रिटिश तीन काल खण्डों में बाँटा था।

उनका विचार था कि भारत में अंग्रेजों के आने से पहले यहाँ हिन्दू और मुस्लमान तानाशाहों का राज चलता था।

जेम्स मिल द्वारा इस तरह किए गए भारतीय इतिहास के काल खण्डों के विभाजन में अनेक समस्याएँ हैं,

जो निम्नानुसार हैं –

(1) जेम्स मिल द्वारा किया गया काल खण्डों का विभाजऩ धर्म पर आधारित हैं जो उचित नहीं हैं।

(2) मिल ने हिन्दू तथा मुस्लिम काल को धार्मिक बैर, जातिगत बन्धन तथा अन्धविश्वासों से भरपूर माना तथा अंग्रेज़ों के शासन को प्रगति तथा सभ्यता का प्रतीक माना।

(3) इतिहास के किसी भी काल को ‘हिन्दू’ तथा ‘ मुस्लिम’ काल नहीं कहा जा सकता क्योंकि किसी भी काल में सभी धर्म एक साथ चलते हैं।

(4) प्राचीन भारत में भी सभी शासकों का एक ही धर्म नहीं होता था।

(5) विभाजन का यह आधार वास्तविकता से बहुत दूर था। इसका उद्देश्य लोगों को विभाजित कर उनमें फूट डालना था।

प्रश्न 3 अंग्रेजों ने सरकारी दस्तावेजों को किस तरह सुरक्षित रखा था ?

उत्तर – अंग्रेजों ने सरकारी दस्तावेजों एवं पत्रों को सुरक्षित रखने के लिए सभी शासकीय संस्थानों में अभिलेख़ कक्ष बनवाए। उन्होंने तहसील के दफ्तर, कलेक्ट्रेट, कमिश्नर के दफ्तर, प्रांतीय सचिवालय, कचहरी आदि सभी के लिए अलग-अलग रिकॉर्ड रूम बनवा दिए, जिनमें सरकारी दस्तावेजों को सुरक्षित रखा जाता था। महत्त्वपूर्ण दस्तावेजों को बचाकर रखने के लिए अभिलेखागार (आर्काइव) तथा संग्रहालय जैसे संस्थान भी बनवाए गए। 19वीं सदी के शुरुआती वर्षों में खुशनवीसी या सुलेखनवीस द्वारा दस्तावेज़ों की नकलें बनवाई जाती थी। बाद में छपाई तकनीक आने से सरकारी दस्तावेजों की अनेक प्रतियाँ बनाई जाने लगीं।

प्रश्न 4 इतिहासकार पुराने अखबारों से जो जानकारी जुटाते हैं वह पुलिस की रिपोर्टों में उपलब्ध जानकारी से किस तरह अलग होती है?

उत्तर – इनमें मुख्य अन्तर निष्पक्षता का होता है। सामान्य रूप से अखबार की रिपोर्ट गलत नहीं होती।

इन रिपोर्टों में घटनाओं का सही विवरण दिया जाता है।

अखबार घटनाओं को बढ़ा-चढाकर प्रस्तुत नहीं करते हैं।

इसके विपरित पुलिस की रिपोर्टों में उपलब्ध जानकारी के पक्षपातपूर्ण होने की सम्भावना होती हैं।

पुलिस रिपोर्ट कई बार उच्च अधिकारियों के दबाव में या उन्हें खुश करने के लिए भी लिखी जा सकती है।

इन रिपोर्टों में जाँच अधिकारी व्यक्तिगत रूप से भी भेदभाव कर सकते है।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि इतिहासकार केवल पुलिस रिपोर्ट में उपलब्ध जानकारी पर आधारित रहे तो सम्भव है कि गलत इतिहास लिखा जायेगा।

अध्याय 1 कैसे कब और कहाँ
अध्याय 1 कैसे कब और कहाँ

अन्य प्रमुख तथ्य –

  • स्कॉटलैंड निवासी अर्थशास्त्री तथा राजनीतिक दार्शनिक जेम्स मिल ने सन् 1817 ई. में तीन काल खण्डों में ‘ब्रिटिश भारत का इतिहास’ (ए हिस्ट्री ऑफ ब्रिटिश इडिया) नामक किताब लिखी।

अध्याय 1 प्रारम्भिक कथन : कैसे, कब और कहाँ FAQ’ s

प्रश्न 1 रोबर्ट क्लाइव ने हिन्दुस्तान क नक्शा बनाने का काम किसे सौंपा?

उत्तर – 1782 ई. में जेम्स केनेल को।

ये भी पढ़े –

प्रातिक्रिया दे

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.