सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था
सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था केंद्रीय शासन – सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था में केंद्रीय शासन का प्रधान सुलतान होता था। उत्तराधिकारी का कोई निश्चित नियम नहीं था। प्रमुख अधिकारी एवं उनके कार्य –…
सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था केंद्रीय शासन – सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था में केंद्रीय शासन का प्रधान सुलतान होता था। उत्तराधिकारी का कोई निश्चित नियम नहीं था। प्रमुख अधिकारी एवं उनके कार्य –…
लोदी वंश (Lodi Vansh) बहलोल लोदी (1451-1489 ई.) – बहलोल लोदी ने दिल्ली (सल्तनत काल) में लोदी वंश (Lodi Vansh) की स्थापना की। मध्यकालीन भारत में प्रथम अफगान राज्य की…
सैयद वंश (सल्तनत काल) दिल्ली सल्तनत काल का यह चौथा वंश था। सैयद वंश ने दिल्ली पर 1414-1451 ई. तक शासन किया। इन्होंने तुगलक वंश के बाद अपने साम्राज्य की…
तुगलक वंश (सल्तनत काल) गयासुद्दीन तुगलक (1320-1325 ई.) – दिल्ली सल्तनत काल में गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलक वंश की स्थापना की थी। गयासुद्दीन का नाम गाजी तुगलक अथवा गाजीबेग तुगलक…
खिलजी वंश (सल्तनत काल)- अलाउद्दीन खिलजी भारत आने से पूर्व खिलजी जाति अफगानिस्तान में हेलमंद नदी की घाटी के प्रदेश में रहती थी। सल्तनत काल में दिल्ली के सिंहासन पर…
गुलाम वंश (सल्तनत काल) सल्तनत काल के गुलाम वंश (या मामलुक वंश) की स्थापना कुतुबुद्दीन ऐबक ने की। कुतुबुद्दीन ऐबक (1206-1210 ई.) – ऐबक को भारत में तुर्की राज्य का…
राजपूत युग (Rajaput Era)- हर्षवर्धन की मृत्यु के पश्चात् उत्तरी-पश्चिमी भारत में छोटे-छोटे स्वतन्त्र राज्यों का उदय हुआ। इन विभिन्न छोटे-छोटे राज्यों के शासक राजपूत थे। इसलिए इस युग को…
हर्षवर्धन का साम्राज्य- गुप्त साम्राज्य के पतन के साथ ही अनेक स्वतंत्र राज्यों का उदय हुआ। इन राज्यों में वर्धन वंश के थानेश्वर राज्य के शासकों का वर्णन मधुबन प्रशस्ति…
गुप्त वंश (320 ई.पू. से 480 ई.)- मौर्य साम्राज्य के विघटन के बाद करीब पाँच सौ वर्षो तक उत्तर भारत में किसी शक्तिशाली राज्य का उदय नहीं हो सका। हालांकि…
मौर्य साम्राज्य मौर्य साम्राज्य की स्थापना का जो कार्य छठी शताब्दी ई.पू. में मगध में शुरू हुआ था। उसकी चरमोक्ति मौर्य साम्राज्य की स्थापना के साथ होती है। 25 वर्ष…