जनसांख्यिकी विशेषताएँ
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भारत में प्रथम जनगणना 1872 ई. में लार्ड मेयो के समय में हुई थी परन्तु व्यवस्थित दशकीय जनगणना सन 1881 ई. में लार्ड रिपन के समय से प्रारंभ हुई।
राजस्थान जनगणना – 2011
जनगणना 2011 के अंतिम आंकड़ों के अनुसार राजस्थान की कुल जनसंख्या – 6,85,48,437
पुरुष- 3,55,50,997 महिला- 3,29,97,440 (कुल आबादी में 51.86 प्रतिशत पुरुष और 48.14 प्रतिशत महिलाएँ हैं।)
शहरी जनसंख्या – 1,70,48,085(कुल जनसंख्या का 24.9 प्रतिशत)
पुरूष – 89,09,250(25.1 प्रतिशत)
महिला – 81,38,835(24.7 प्रतिशत)
ग्रामीण जनसंख्या – 5,15,00,352(कुल जनसंख्या का 75.1 प्रतिशत)
पुरूष – 2,66,41,747(74.9 प्रतिशत)
महिला – 2,48,58,605(75.3 प्रतिशत)
सर्वाधिक जनसंख्या वाले जिले- | |
जयपुर | 66.26 लाख |
जोधपुर | 36.87 लाख |
अलवर | 36.74 लाख |
नागौर | 33.07 लाख |
न्यूनतम जनसंख्या वाले जिले- | |
जैसलमेर | 6.69 लाख |
प्रतापगढ़ | 8.67 लाख |
सिरोही | 10.36 लाख |
बूंदी | 11.10 लाख |
जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला -जयपुर(66,26,178)
जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा जिला -जैसलमेर(6,69,919)
सर्वाधिक शहरी जनसंख्या वाला जिला -जयपुर(34,71,847)
न्युनतम शहरी जनसंख्या वाला जिला -प्रतापगढ़(71,807)
सर्वाधिक ग्रामीण जनसंख्या वाला जिला -जयपुर(31,54,331)
न्युनतम ग्रामीण जनसंख्या वाला जिला -जैसलमेर(5,80,894)
वह जिला जिसकी कुल जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र में निवास करता है – डूंगरपुर(93.6 प्रतिशत)
वह जिला जिसकी कुल जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत शहरी क्षेत्र में निवास करता है – कोटा(60.3 प्रतिशत)
दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर (2001-2011)
वृद्धि दर- 12,041,249 (21.3 प्रतिशत) राष्ट्रीय स्तर से अधिक
राजस्थान में जनसंख्या वृद्धि दर में 2001 के मुकाबले 2011 में लगभग 7.10 प्रतिशत की कमी (28.41 प्रतिशत से घटकर 21.3 प्रतिशत ) आई है।
पुरूष संख्या में वृद्धि – 6,130,986(20.8 प्रतिशत)
महिला संख्या में वृद्धि – 5,910,263(21.8 प्रतिशत)
ग्रामीण जनसंख्या में दशकीय वृद्धि दर -19 प्रतिशत
शहरी जनसंख्या में दशकीय वृद्धि दर -29 प्रतिशत
सर्वाधिक दशकीय वृद्धि वाले जिले– | |
बाड़मेर | 32.5 प्रतिशत |
जैसलमेर | 31.8 प्रतिशत |
जोधपुर | 27.7 प्रतिशत |
बांसवाड़ा | 26.5 प्रतिशत |
न्यूनतम दशकीय वृद्धि वाले जिले- | |
गंगानगर | 10.0 प्रतिशत |
झुंझुनूं | 11.7 प्रतिशत |
पाली | 11.9 प्रतिशत |
बूंदी | 15.4 प्रतिशत |
2001-2011 के दौरान सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि वाला जिला – बाड़मेर(32.5 प्रतिशत)
2001-2011 के दौरान न्यूनतम जनसंख्या वृद्धि वाला जिला – गंगानगर(10.00 प्रतिशत)
2001-2011 के दौरान सर्वाधिक ग्रामीण जनसंख्या वृद्धि वाला जिला – जैसलमेर (34.5 प्रतिशत)
2001-2011 के दौरान न्यूनतम ग्रामीण जनसंख्या वृद्धि वाला जिला – कोटा (6.1 प्रतिशत)
2001-2011 के दौरान सर्वाधिक शहरी जनसंख्या वृद्धि वाला जिला – अलवर(50.5 प्रतिशत)
2001-2011 के दौरान न्यूनतम शहरी जन संख्या वृद्धि वाला जिला – डूंगरपुर(9.8 प्रतिशत)
जनसंख्या घनत्व
जनघनत्व – 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.
सर्वाधिक जनघनत्व वाला जिला -जयपुर (595 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.)
सबसे कम जनसंख्या वाला घनत्व वाला जिला -जैसलमेर (17 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.)
सर्वाधिक जनघनत्व वाले जिले- | |
जयपुर | 595 |
भरतपुर | 503 |
दौसा | 476 |
अलवर | 438 |
न्यूनतम जनघनत्व वाले जिले- | |
जैसलमेर | 17 |
बीकानेर | 78 |
बाड़मेर | 92 |
चूरू | 147 |
लिंगानुपात
लिंगानुपात (प्रति हजार पुरूषों पर महिलाओं की संख्या) -928
शहरी लिंगानुपात – 914
ग्रामीण लिंगानुपात – 933
सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला -डूंगरपुर (994)
सबसे कम लिंगानुपात वाला जिला -धौलपुर(846)
सर्वाधिक लिंगानुपात वाले जिले- | |
डुंगरपुर | 994 |
राजसमंद | 990 |
पाली | 987 |
प्रतापगढ़ | 983 |
न्युनतम लिंगानुपात वाले जिले- | |
धौलपूर | 846 |
जैसलमेर | 852 |
करौली | 861 |
भरतपुर | 880 |
सर्वाधिक ग्रामीण लिंगानुपात वाला जिला – पाली(1003)
न्यूनतम ग्रामीण लिंगानुपात वाला जिला- धौलपुर(841)
सर्वाधिक शहरी लिंगानुपात वाला जिला- टोंक(985)
न्यूनतम शहरी लिंगानुपात वाला जिला- जैसलमेर(807)
0-6 आयु वर्ग की जनसंख्या
0-6 आयु वर्ग की जनसंख्या – 1,06,49,504(कुल जनसंख्या का 15.5 प्रतिशत)
पुरुष- 56,39,176 (15.9 प्रतिशत) महिला- 50,10,328 (15.2 प्रतिशत)
शहरी जनसंख्या – 2,234,621(13.1 प्रतिशत)
पुरूष – 1,192,577(13.4 प्रतिशत)
महिला – 1,042,044(12.8 प्रतिशत)
ग्रामीण जनसंख्या – 8,414,883(कुल जनसंख्या 16.3 प्रतिशत)
पुरूष – 4,446,599(16.7 प्रतिशत)
महिला – 3,968,284(16.0 प्रतिशत)
0-6 आयु वर्ग में सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला – जयपुर(9,29,926)
0-6 आयु वर्ग में सबसे कम जनसंख्या वाला जिला – जैसलमेर(1,30,463)
0-6 आयु वर्ग का लिंगानुपात – 888
शहरी लिंगानुपात -874
ग्रामीण लिंगानुपात -892
0-6 आयु वर्ग में सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला– बांसवाड़ा (934)
0-6 आयु वर्ग में सबसे कम लिंगानुपात वाला जिला– झुंझुनूं (837)
श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों के आलावा सभी जिलों में 0-6 आयु वर्ग के लिंगानुपात में गिरावट आई है।
0-6 आयु वर्ग में सर्वाधिक लिंगानुपात वाले जिले | |
बांसवाड़ा | 934 |
प्रतापगढ़ | 933 |
उदयपुर | 924 |
भीलवाड़ा | 928 |
0-6 आयु वर्ग में सबसे कम लिंगानुपात वाले जिले | |
झुंझुंनू | 837 |
सीकर | 848 |
करौली | 852 |
गंगानगर | 854 |
अनुसूचित जातियों की कुल जनसंख्या – 12,221,593 (कुल जनसंख्या का 17.8 प्रतिशत)
ग्रामीण – 9,536,963(18.5 प्रतिशत)
शहरी – 2,684,630(15.7 प्रतिशत)
अनुसूचित जनजातियों की कुल जनसंख्या – 9,238,534(कुल जनसंख्या का 13.5 प्रतिशत)
ग्रामीण – 8,693,123(16.9 प्रतिशत)
शहरी – 545,411(3.2 प्रतिशत)
अनुसूचित जाति की सर्वाधिक संख्या वाला जिला- जयपुर
अनुसूचित जाति का सर्वाधिक अनुपात वाला जिला- श्रीगंगानगर (36.6 प्रतिशत)
अनुसूचित जाति की जनसंख्या सबसे कम संख्या व अनुपात वाला जिला- डूंगरपुर
अनुसूचित जाति की जनसंख्या में सर्वाधिक दशकीय वृद्धि दर (2001-2011) वाला जिला- बाड़मेर(41.2 प्रतिशत)
S. C. की जनसंख्या में सबसे कम दशकीय वृद्धि दर (2001-2011) वाला जिला- डूंगरपूर(13.7 प्रतिशत)
अनुसूचित जनजाति की सर्वाधिक संख्या वाला जिला- उदयपुर
S.T. की न्यूनतम संख्या वाला जिला – बीकानेर
अनुसूचित जनजाति का सर्वाधिक अनुपात वाला जिला- बांसवाडा (76.4 प्रतिशत)
साक्षरता
राजस्थान में साक्षरता दर- 66.1 प्रतिशत(शहरी 79.7 व ग्रामीण 61.4 प्रतिशत)
पुरूष साक्षरता- 79.2 प्रतिशत (शहरी 87.9 व ग्रामीण 76.2 प्रतिशत)
महिला साक्षरता- 52.1 प्रतिशत (शहरी 70.7 व ग्रामीण 45.8 प्रतिशत)
राज्य की साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत से कम है।
सर्वाधिक साक्षरता वाला जिला – कोटा(76.6 प्रतिशत)
न्यूनतम साक्षरता वाला जिला – जालौर(54.9 प्रतिशत)
जनसांख्यिकी विशेषताएँ
सर्वाधिक साक्षरता वाले जिले- | |
कोटा | 76.6 |
जयपुर | 75.5 |
झुंझुनूं | 74.1 |
सीकर | 71.9 |
न्यूनतम साक्षरता वाले जिले | |
जालौर | 54.9 |
सिरोही | 55.3 |
प्रतापगढ़ | 56.0 |
बांसवाड़ा | 56.3 |
सर्वाधिक ग्रामीण साक्षरता वाला जिला- झुंझुनूं (73.4 प्रतिशत)
न्यूनतम ग्रामीण साक्षरता वाला जिला- सिरोही (49.0 प्रतिशत)
सर्वाधिक शहरी साक्षरता वाला जिला- उदयपुर (87.5 प्रतिशत)
न्यूनतम शहरी साक्षरता वाला जिला- नागौर (70.6 प्रतिशत)
सर्वाधिक पुरूष साक्षरता वाला जिला- झुंझुनूं (86.9 प्रतिशत)
न्यूनतम पुरूष साक्षरता वाला जिला- प्रतापगढ़ व बांसवाड़ा(69.5 प्रतिशत)
सर्वाधिक पुरूष साक्षरता वाले जिले | |
झुंझुनूं | 86.9 |
कोटा | 86.3 |
जयपुर | 86.1 |
सीकर | 85.1 |
न्यूनतम पुरूष साक्षरता वाले जिले | |
प्रतापगढ़ | 69.5 |
बांसवाड़ा | 69.5 |
सिरोही | 70.0 |
जालौर | 70.7 |
सर्वाधिक ग्रामीण पुरूष साक्षरता वाला जिला- झुंझुनूं (86.8 प्रतिशत)
न्यूनतम ग्रामीण पुरूष साक्षरता वाला जिला- सिरोही(64.6 प्रतिशत)
सर्वाधिक शहरी पुरूष साक्षरता वाल जिला- उदयपुर(93.4 प्रतिशत)
न्यूनतम शहरी पुरूष साक्षरता वाला जिला- धौलपुर(81.3 प्रतिशत)
सर्वाधिक महिला साक्षरता वाला जिला- कोटा(65.9 प्रतिशत)
न्यूनतम महिला साक्षरता वाला जिला- जालौर(38.5 प्रतिशत)
सर्वाधिक महिला साक्षरता वाले जिले | |
कोटा | 65.9 |
जयपुर | 64.0 |
झुंझुंनूं | 61.0 |
गंगानगर | 59.7 |
न्यूनतम महिला साक्षरता वाले जिले– | |
जालौर | 38.5 |
सिरोही | 39.7 |
जैसलमेर | 39.7 |
बाड़मेर | 40.6 |
जनसांख्यिकी विशेषताएँ –
- जनसंख्या वृध्दि दर 1991 से 2001 के मध्य लगभग स्थिर रही।
- जनगणना 2011 में वृद्धि दर में तीव्र गिरावट देखने को मिली और यह सभी जिलों में हुई।
- जनगणना 2011 का नारा ‘हमारी जनसंख्या हमारा भविष्य’।
- राजस्थान में स्वतंत्रता के समय साक्षरता दर 8.5 प्रतिशत थी।
- राजस्थान में स्त्री-पुरुष साक्षरता के बीच अंतर पुरे देश में सर्वाधिक (लगभग 27 प्रतिशत) है।
- वर्ष 2001 की जनगणना के मुकाबले 2011 में केवल चुरू (0.80 प्रतिशत) व बाड़मेर (2.50 प्रतिशत) में साक्षरता दर में गिरावट आई है।
जनसांख्यिकी विशेषताएँ