मुहावरे
परिभाषा- मुहावरे एक ऐसा वाक्यांश होते है जिसके प्रयोग से अभिव्यक्ति-कौशल में अभिवृद्धि होती है। प्रायः मुहावरे के अंत में क्रिया का सामान्य रूप प्रयुक्त होता है। जैसे- (i) नाकों चने चबाना
(ii) दाँतों तले अंगुली दबाना।
| क्र.सं. | मुहावरे | मुहावरे का अर्थ |
| 1. | अपना उल्लू सीधा करना | स्वार्थ सिद्ध करना |
| 2. | अपनी खिचड़ी अलग पकाना | सबसे अलग रहना |
| 3. | अपने मुँह मियां मिट्ठू बनना | अपनी प्रशंसा स्वयं करना |
| 4. | अपने पाँव पर कुल्हाड़ी मारना | स्वयं को हानि पहुँचाना |
| 5. | अपने पैरों पर खड़े होना | आत्म निर्भर होना |
| 6. | अक्ल पर पत्थर पड़ना | बुद्धि भ्रष्ट होना |
| 7. | अक्ल के पीछे लट्ठ लेकर फिरना | मुर्खता प्रदर्शित करना |
| 8. | अঁगूठा दिखाना | कोई वस्तु देने या काम करने से इंकार करना |
| 9. | अँधे की लकड़ी होना | एक मात्र सहारा |
| 10. | अच्छे दिन आना | भाग्य खुलना |
| 11. | अंग-अंग फुले न समाना | बहुत ख़ुशी होना |
| 12. | अंगारों पर पैर रखना | साहसपूर्ण खतरे में उतरना |
| 13. | आँख का तारा होना | बहुत प्यारा |
| 14. | आँखें बिछाना | अत्यन्त प्रेम पूर्वक स्वागत करना |
| 15. | आँखें खुलना | वास्तविकता का बोध होना |
| 16. | आँखों से गिरना | आदर कम होना |
| 17. | आँखों में धूल झोंखना | धोखा देना |
| 18. | आँख दिखाना | क्रोध करना/डराना |
| 19. | आटे दाल का भाव मालूम होना | बड़ी कठिनाई में पड़ना |
| 20. | आग बबूला होना | बहुत गुस्सा होना |
| 21. | आग से खेलना | जानबूझ कर मुसीबत मोल लेना |
| 22. | आग में घी डालना | क्रोध भड़काना |
| 23. | आँच न आने देना | हानि या कष्ट न होने देना |
| 24. | आड़े हाथों लेना | खरी-खरी सुनाना |
| 25. | आनाकानी करना | टालमटोल करना |
| 26. | आँचल पसारना | याचना करना |
| 27. | आस्तीन का साँप होना | कपटी मित्र |
| 28. | आकाश के तारे तोड़ना | असंभव कार्य करना |
| 29. | आसमान से बातें करना | बहुत ऊँचा होना |
| 30. | आकाश सिर पर उठाना | बहुत शोर करना |
| 31. | आकाश पाताल एक करना | कठिन प्रयत्न करना |
| 32. | आँख का काঁटा होना | बुरा लगना |
| 33. | आँसू पीकर रह जाना | भीतर ही भीतर दुःखी होना |
| 34. | आठ-आठ आँसू गिरना | पश्चाताप करना |
| 35. | इधर-उधर की हाँकना | बेमतलब की बातें करना |
| 36. | इतिश्री होना | समाप्त होना |
| 37. | इस हाथ लेना उस हाथ देना | हिसाब-किताब साफ करना |
| 38. | ईद का चाँद होना | बहुत दिनों बाद दिखाई देना |
| 39. | ईंट से ईंट बजाना | नष्ट कर देना |
| 40. | ईंट का जवाब पत्थर से देना | कड़ाई से पेश आना |
| 41. | आँसू पोंछना | सान्त्वना देना |
| 42. | आँखें तरेरना | क्रोध से देखना |
| 43. | आकाश टूट पड़ना | अचानक विपत्ति आना |
| 44. | आग लगने पर कुआँ खोदना | ऐन मौके पर उपाय करना |
| 45. | उंगली उठाना | निन्दा करना/ लाঁछन |
| 46. | उन्नीस-बीस का फर्क होना | मामूली फर्क होना |
| 47. | उल्टी गंगा बहाना | प्रचलन के विपरीत कार्य करना |
| 48. | उड़ती चिड़िया पहचानना | बहुत अनुभवी होना |
| 49. | उल्लू बनाना | मुर्ख बनाना |
| 50. | उँगली पर नचाना | वश में करना |
| 51. | उल्लू सीधा करना | अपना स्वार्थ देखना |
| 52. | एक और एक ग्यारह होना | एकता में शक्ति होना |
| 53. | एक लाठी से हाँकना | सबसे एक जैसा व्यवहार करना |
| 54. | एक आँख से देखना | समदृष्टि होना/भेदभाव न करना |
| 55. | एडी चोटी का जोर लगाना | बहुत कोशिश करना |
| 56. | एक ही थाली के चट्टे-बट्टे होना | एक प्रवृत्ति के होना |
| 57. | ओखली में सिर देना | जानबूझ कर विपत्ति में फँसना |
| 58. | ओढ़ लेना | जिम्मेदारी लेना |
| 59. | और का और होना | एकदम बदल जाना |
| 60. | औने-पौने बेचना | हानि उठाकर बेचना |
| 61. | औघट घाट चलना | सही रास्ते पर न चलना |
| 62. | कंचन बरसाना | चारों ओर खूब धन मिलना |
| 63. | काट खाना | सूनेपन का अनुभव |
| 64. | किस्मत ठोकना | भाग्य को कोसना |
| 65. | कंठ का हार होना | प्रिय बनना |
| 66. | काम में हाथ डालना | काम शुरू करना |
| 67. | कूप मण्डूक होना | अल्पज्ञ होना |
| 68. | कुएँ में भाँग पड़ना | सब की बुद्धि मारी जाना |
| 69. | कन्नी काटना | आँख बचाकर खिसक जाना |
| 70. | कसौटी पर कसना | परिक्षण करना |
| 71. | कलेजा मुँह को आना | व्याकुल होना/बहुत परेशान होना |
| 72. | कलेजा ठण्डा होना | सन्तुष्ट होना |
| 73. | काम आना | युद्ध में शहीद होना |
| 74. | कान खाना | शोर करना/परेशान करना |
| 75. | कान भरना | चुगली करना |
| 76. | कान में तेल डालना | शिक्षा पर ध्यान न देना/अनसुना करना |
| 77. | कफन सिर पर बाঁधना | लड़ने मरने को तैयार होना |
| 78. | किंकर्तव्य विमूढ़ होना | कोई निर्णय न कर पाना |
| 79. | कमर कसना | तैयार होना |
| 80. | कोल्हू का बैल होना | हर समय श्रम करने वाला |
| 81. | कलेजा टूक-टूक होना | दुःख पहुँचना |
| 82. | कान कतरना | बहुत चतुराई दिखाना |
| 83. | काम तमाम कर देना | मार देना |
| 84. | कीचड़ उछालना | कलंक लगाना/नीचा दिखाना |
| 85. | कंधे से कंधा मिलकर चलना | साथ देना |
| 86. | कच्चा-चिट्ठा खोलना | भेद खोलना |
| 87. | कोड़ी के मोल बिकना | बहुत सस्ता होना |
| 88. | कान का कच्चा होना | जल्दी बहकावे में आना |
| 89. | कान पर जूँ न रेंगना | कोई असर न होना |
| 90. | खून खौलना | गुस्सा आना |
| 91. | खून के घूँट पीना | गुस्सा मन में दबा लेना |
| 92. | खून पसीना एक करना | बहुत मेहनत करना |
| 93. | खाक छानना | भटकना/काफी खोज करना |
| 94. | खेत रहना | युद्ध में मरे जाना |
| 95. | खाक में मिलाना | बर्बाद करना |
| 96. | खाक में मिलना | बर्बाद होना |
| 97. | खून-सुखना | भयभीत होना |
| 98. | कठपुतली की तरह नाचना | किसी के वश में होना |
| 99. | कब्र में पाँव लटकना | मौत के करीब होना |
| 100. | कलम तोड़ना | अत्यधिक मर्मस्पर्शी रचना करना |
| 101. | कलेजा छलनी करना | ताने मारना/व्यंग्य करना |
| 102. | कलेजा थामकर रह जाना | असह्य बात सहन कर रह जाना |
| 103. | कलेजे का टुकड़ा होना | अत्यन्त प्रिय/आत्मिक होना |
| 104. | काजग की नाव होना | क्षण-भंगुर |
| 105. | कागजी घोड़े दौड़ाना | केवल कागजी कार्यवाही करना |
| 106. | कानों कान खबर न होना | किसी को पता न चलना |
| 107. | कुत्ते की मौत मरना | बुरी दशा में प्राणान्त होना |
| 108. | कमर टूटना | सहारा न रहना |
| 109. | कान भरना | किसी के विरुद्ध शिकायत करते रहना |
| 110. | किसी का घर जलाकर अपना हाथ सेकना | अपने छोटे से स्वार्थ के लिए दूसरों को हानि पहुँचाना |
| 111. | कटे पर नमक छिड़कना | दुःखी को और अधिक दुःखी करना |
| 112. | गुदड़ी का लाल होना | छुपा रूस्तम/गरीब किन्तु गुणवान |
| 113. | गड़े मुर्दे उखाड़ना | बीती बातें छेड़ना |
| 114. | गले पड़ना | जबरन आश्रय लेना |
| 115. | गंगा नहाना | दायित्व से मुक्ति पाना |
| 116. | गिरगिट की तरह रंग बदलना | अवसरवादी होना/निश्चय बदलना |
| 117. | गुड गोबर करना | काम बिगाड़ना |
| 118. | गुड गोबर होना | काम बिगड़ना |
| 119. | गुलछर्रे उड़ाना | मौज उड़ाना |
| 120. | गाल बजाना | अपनी प्रशंसा करना |
| 121. | गागर में सागर भरना | थोड़े में बहुत कुछ कह देना |
| 122. | गाँठ में कुछ न होना | पैसा पास न होना |
| 123. | गला काटना | लोभ में पड़ कर हानि पहुँचाना |
| 124. | गर्दन पर छुरी फेरना | अत्याचार करना |
| 125. | घाट-घाट का पानी पीना | स्थान-स्थान का अनुभव होना |
| 126. | घाव पर नमक छिड़कना | दुःखी को और दुःखी करना |
| 127. | घड़ों पानी पड़ना | बहुत खुश होना/खुशियाँ मनाना |
| 128. | घी के दिये जलाना | बहुत खुश होना/खुशियाँ मनाना |
| 129. | घर फूঁक कर तमाशा देखना | अपना लुटाकर भी मौज करना |
| 130. | घर सिर पर उठाना | बहुत शोर करना |
| 131. | घोड़े बेचकर सोना | निश्चित होना |
| 132. | घुटने टेक देना | हार मान लेना |
| 133. | चादर के बाहर पैर पसारना | आय से अधिक व्यय करना |
| 134. | चुंगल में फँसना | किसी के काबू में होना |
| 135. | चोली दामन का साथ होना | घनिष्ट सम्बन्ध होना |
| 136. | चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना | घबरा जाना |
| 137. | चिकनी चुपड़ी बातें करना | चापलूसी करना/कपट व धोखा |
| 138. | चुल्लूभर पानी में डूब मरना | बहुत शर्मिन्दा होना |
| 139. | चिकना घड़ा होना | अत्यन्त बेशर्म |
| 140. | चूड़ियाँ पहनना | कायरता दिखाना |
| 141. | चकमा देना | धोखा देना |
| 142. | चौपट करना | पूर्णरूप से नष्ट करना |
| 143. | चारों खाने चित्त होना | बुरी तरह हारना |
| 144. | चुन की बंशी बजाना | आराम से रहना |
| 145. | चूना लगाना | धोखा देकर ठगना |
| 146. | चार चाँद लगाना | शोभा बढ़ाना |
| 147. | चम्पत होना | गायब होना |
| 148. | छठी का दूध याद आना | बड़ी मुसीबत में फँसना |
| 149. | छाती ठोकना | उत्साहित होना |
| 150. | छप्पर फाड़कर देना | बिना परिश्रम देना |
| 151. | छाती पर मूঁग दलना | बहुत परेशान करना |
| 152. | छोटे मुँह बड़ी बात करना | अपनी हैसीयत से ज्यादा बात करना |
| 153. | छाती पर साँप लोटना | अत्यन्त ईर्ष्या करना |
| 154. | छक्के छुड़ाना | पैर उखाड़ देना/बेहाल करना |
| 155. | छाती पर पत्थर रखना | ह्रदय कठोर करना |
| 156. | जले पर नमक छिड़कना | दुःखी का दुःख बढ़ाना |
| 157. | जान हथेली पर रखना | मरने की परवाह न करना |
| 158. | जमीन पर पैर न पड़ना | बहुत गर्व करना |
| 159. | जान में जान आना | धीरज बঁधना/मुसीबत से छुঁटकारा पाना |
| 160. | जबान पर लगाम लगाना | बहुत कम बोलना |
| 161. | जबानी जमा खर्च करना | गप्पें लड़ाना |
| 162. | जहर का घूँट पीना | कड़वी बात सुनकर सहन कर लेना |
| 163. | जीती मक्खी निगलना | जानबूझ कर बेईमानी करना |
| 164. | जान पर खेलना | साहसपूर्ण कार्य करना |
| 165. | जूता चाटना | चापलूसी करना |
| 166. | जहर उगलना | कड़वी बात कहना |
| 167. | झख मारना | समय नष्ट करना |
| 168. | झगडा मोल लेना | विवाद में जानबूझ कर पड़ना |
| 169. | जी तोड़ कर काम करना | बहुत मेहनत करना |
| 170. | जी भर आना | दया उमड़ना/चित्त में दुःख होना |
| 171. | टोपी उछालना | अपमानित करना |
| 172. | टेड़ी-खीर होना | कठिन काम |
| 173. | टका सा जवाब देना | साफ इंकार करना |
| 174. | टेक निभाना | वचन पूरा करना |
| 175. | टट्टी की आड़ में शिकार खेलना | छिपकर षड्यंत्र रचना |
| 176. | टाट उलट देना | दिवाला निकाल देना |
| 177. | टाঁग अडाना | व्यर्थ दखल देना |
| 178. | ठगा सा रह जाना | किंकर्तव्य विमूढ़ होना/विस्मित रह जाना |
| 179. | ठकुर सुहाती बातें करना | चापलूसी करना |
| 180 | ठिकाने लगाना | नष्ट कर देना |
| 181. | डूबते को तिनके का सहारा देना | मुसीबत में थोड़ी सहायता भी लाभप्रद |
| 182. | डकार जाना | हड़प लेना/हजम कर जाना |
| 183. | डींग हाँकना | झूठी बड़ाई करना |
| 184. | डूब मरना | शर्म से झुक जाना |
| 185. | डेढ़ चावल की खिचड़ी पकाना | अपना मत अलग ही रखना |
| 186. | डंका बजना | प्रभाव होना |
| 187. | ढिंढोरा पीटना | प्रचार करना/सूचना देना |
| 188. | ढोल पीटना | अत्यधिक प्रचार करना |
| 189. | ढोल में पोल होना | थोथा या सारहीन |
| 190. | तलवे चाटना | खुशामद करना |
| 191. | तिल का ताड़ करना | छोटी सी बात को बहुत बढ़ा देना |
| 192. | तूती बोलना | खूब प्रभाव होना |
| 193. | तोते उड़ जाना | घबरा जाना |
| 194. | तेवर चढ़ाना | नाराज होना |
| 195. | तलवार के घाट उतरना | मार डालना |
| 196. | तिलांजलि देना | त्याग देना/छोड़ देना |
| 197. | तितर-बितर होना | अलग-अलग होना |
| 198. | तारे गिनना | बेचैनी में रात काटना |
| 199. | तीन तेरह करना | तितर-बितर करना |
| 200. | थूक कर चाटना | अपने वचन से मुकरना |
| 201. | थैली खोलना | जी खोलकर खर्च करना |
| 202. | थू-थू करना | घृणा प्रकट करना |
| 203 | दूध का दूध पानी का पानी करना | ठीक न्याय करना |
| 204. | दौड़ धूप करना | खूब प्रयास करना |
| 205. | दांत खट्टे करना | हरा देना/परेशान करना |
| 206. | दाने-दाने को तरसना | बहुत गरीब होना |
| 207. | दाल में काला होना | छल/कपट होना/ संदेह पूर्ण होना |
| 208. | दीया लेकर ढूँढना | अच्छी तरह खोजना |
| 209. | दुम दबाकर भागना | डर कर भाग जाना |
| 210. | दाल गलना | काम बनना |
| 211. | दिन में तारे दिखाई देना | घबरा जाना |
| 212. | दाँतों तले उँगली दबाना | आश्चर्य चकित होना |
| 213. | दो-दो हाथ करना | द्वंद्व युद्ध/ अन्तिम निर्णय हेतु तैयार होना |
| 214. | दो टूक जवाब देना | स्पष्ट कहना |
| 215. | दिन-रात एक करना | खूब परिश्रम करना |
| 216. | द्रोपदी का चीर होना | अन्तहीन/अनन्त |
| 217. | दिमाग आसमान पर चढ़ना | अत्यधिक गर्व होना |
| 218. | दाঁतकाटी रोटी होना | अत्यधिक स्नेह होना |
| 219. | दोनों हाथों में लड्डू होना | सर्वत्र लाभ ही लाभ होना |
| 220. | दूसरे के कंधे पर रखकर बंदूक चलाना | दूसरे को माध्यम बनाकर काम करना |
| 221. | दिल छोटा करना | दुःखी होना, निराश होना |
| 222. | दिन फिरना | अच्छा समय आना |
| 223. | धूप में बाल सुखाना | अनुभव हीन होना |
| 224. | धाक जमाना | रोब जमाना/प्रभाव जमाना |
| 225. | धूल में मिलाना | नष्ट करना |
| 226. | धरती पर पाँव न पड़ना | फूला न समाना/अभिमानी होना |
| 227. | धूल फाঁकना | दर-दर की ठोकरें खाना |
| 228. | धज्जियाँ उड़ाना | दुर्गति करना, कड़ा विरोध करना |
| 229. | बरस पड़ना | बहुत क्रोधित होना, उल्टी-सीधी सुनाना |
| 230. | नमक मिर्च लगाना | बात को आकर्षक बनाकर कहना |
| 231. | नानी याद आना | बड़ी कठिनाई में पड़ना, घबरा जाना |
| 232. | निन्यानवे के फेर में पड़ना | धन इकट्ठा करने की चिन्ता में रहना |
| 233. | नाम कमाना | प्रसिद्ध होना |
| 234. | नौ दो ग्यारह होना | भाग जाना |
| 235. | नीला-नीला होना | क्रोध करना |
| 236. | नाक रगड़ना | दीनता प्रदर्शित करना, खुशामद करना |
| 237. | नाक में दम करना | बहुत परेशान करना |
| 238. | नाक भौं सिकोड़ना | घृणा करना |
| 239. | नाकों चने चबाना | खूब परेशान करना |
| 240. | नाक काटना | बदनामी होना |
| 241. | नुक्ताचीनी करना | दोष निकालना |
| 242. | नाक रख लेना | इज्जत बचाना |
| 243. | नाम निशान तक न रहना | पूर्ण रूप से नष्ट हो जाना |
| 244. | नचा देना | बहुत परेशान करना |
| 245. | नींव की ईंट होना | प्रमुख आधार होना |
| 246. | पानी मरना | किसी की तुलना में निकृष्ट ठहरना |
| 247. | पैर पटकना | खूब कोशिश करना |
| 248. | पगड़ी उछालना | बेइज्जत करना |
| 249. | पेट पालना | जीवन निर्वाह करना |
| 250. | पहाड़ टूट पड़ना | बहुत मुसीबत आना |
| 251. | पानी पाकर जाट पूछना | काम करके फिर जानकारी लेना |
| 252. | पेट में दाढ़ी होना | लड़कपन में बहुत चतुर होना |
| 253. | पैरों तले से जमीन खिसकना | बहुत घबरा जाना, अचानक परेशानी आना |
| 254. | प्राण हथेली पर रखना | जान देने के लिए तैयार रहना |
| 256. | पिंड छुड़ाना | पीछा छुड़ाना या बचना |
| 257. | पानी पानी होना | लज्जित होना |
| 258. | पेट में चूहे कूदना | तेज भूख लगना |
| 259. | पाँचों उँगलियाঁ घी में होना | सब ओर से लाभ होना |
| 260. | पीठ ठोकना | शाबासी देना, हिम्मत बँधाना |
| 261. | फूঁक फूँक कर कदम रखना | सावधानी पूर्वक कार्य करना |
| 262. | फूटी आँखों न सुहाना | बिल्कुल पसन्द न होना |
| 263. | फूला न समाना | अत्यधिक खुश होना |
| 264. | पट्टी पढ़ाना | बहका देना, उल्टी राय देना |
| 265. | पेट काटना | बहुत कंजूसी करना |
| 266. | पानीदार होना | इज्जतदार होना |
| 267. | पाँवों में बेड़ी पड़ जाना | बंधन में बंध जाना |
| 268. | बाँह पकड़ना | सहायता करना/सहारा देना |
| 269. | बीड़ा उठाना | कठिन कार्य करने का उत्तरदायित्व लेना |
| 270. | बाल की खाल निकालना | नुक्ताचीनी करना |
| 271. | बात बनाना | बहाना करना |
| 272. | बाँसों उछलना | अत्यधिक प्रसन्न होना |
| 273. | बाल बाँका न होना | कुछ भी नुकसान न होना |
| 274. | बाज न आना | आदत न छोड़ना |
| 275. | बगलें झाँकना | इधर-उधर देखना/निरुत्तर होना |
| 276. | बायें हाथ का खेल होना | सरल कार्य |
| 277. | बल्लियों उछलना | अत्यधिक प्रसन्न होना |
| 278. | बछिया का ताऊ होना | महामूर्ख |
| 279. | भौंह चढ़ाना | क्रुद्ध होना |
| 280. | भूत सवार होना | हठ पकड़ना/काम करने की धुन लगना |
| 281. | भीगी बिल्ली बनना | डरपोक होना |
| 282. | भाड़ झोंकना | तुच्छ कार्य करना/व्यर्थ समय गुजारना |
| 283. | भरी थाली को लात मारना | जीविकोपार्जन के साधन ठुकरा देना |
| 284. | भैंस के आगे बीन बजाना | मुर्ख के सामने बुद्धिमानी की बातें करना व्यर्थ |
| 285. | बाल-बाल बचना | कुछ भी हानि न होना |
| 286. | बाछें खिल जाना | आश्चर्य जनक हर्ष |
| 287. | मन खट्टा होना | मन फिर जाना/जी उचाट होना |
| 288. | मन के लड्डू खाना | कोरी कल्पनाएँ करना |
| 289. | मुँह में पानी भर आना | इच्छा होना/ जी ललचाना |
| 290. | मुँह में लगाम न लगाना | अनियंत्रित बातें करना |
| 291. | मुट्ठी गर्म करना | रिश्वत देना या लेना |
| 292. | मुँह की खाना | हार जाना/ हार मानना |
| 293. | मक्खियाँ मारना | बेकार भटकना/बैठना |
| 294. | मक्खीचूस होना | बहुत कंजूस होना |
| 295. | मुँह पर हवाइयाँ उड़ना | चेहरा फीका पड़ जाना |
| 296. | मन मसोज कर रह जाना | इच्छा को रोकना |
| 297. | मुँह काला करना | कलंकित होना |
| 298. | मुँह की खाना | बातों में हारना/अपमानित होना |
| 299. | मुँह तोड़ जवाब देना | कठोर शब्दों में कहना |
| 300. | मन मारना | उदास होना/इच्छाओं पर नियंत्रण |
| 301. | मुँह मोड़ना | ध्यान न देना |
| 302. | रंग में भंग होना | मजा किरकिरा होना/बाधा होना |
| 303. | राई का पहाड़ बनाना | बात को बढ़ा-चढ़ा कर कहना |
| 304. | रंगा-सियार होना | ढोंगी/धोखेबाज |
| 305. | रोम-रोम खिल उठना | प्रसन्न होना |
| 306. | रौंगटे खड़े होना | डर से रोमांचित होना |
| 307. | रफूचक्कर होना | भाग जाना |
| 308. | रंग दिखाना/जमाना | प्रभाव जमाना |
| 309. | रंगे हाथों पकड़ना | अपराध करते हुए पकड़े जाना |
| 310. | लकीर का फकीर होना | परम्परावादी होना/अन्धानुकरण करना |
| 311. | लोहे के चने चबाना | बहुत कठिन कार्य करना/संघर्ष करना |
| 312. | लाल-पीला होना | क्रोधित होना |
| 313. | लोहा मानना | बहादुरी स्वीकार करना |
| 314. | लहू का घूँट पीना | अपमान सहन करना |
| 315. | लोहा बजाना | शस्त्रों से युद्ध करना |
| 316. | लुटिया डूबो देना | काम बिगाड़ देना |
| 317. | लोहा लेना | युद्ध करना/मुकाबला करना |
| 318. | लहू-पसीना एक करना | कठिन परिश्रम करना |
| 319. | लंबा हाथ मारना | धोखाधड़ी से पैसे बनाना |
| 320. | विष उगलना | किसी के खिलाफ बुरी बात कहना |
| 321. | शहद लगाकर चाटना | तुच्छ वस्तु को महत्त्व देना |
| 322. | शैतान के कान कतरना | बहुत चतुर होना |
| 323. | समझ पर पत्थर पड़ना | अक्ल मारी जाना |
| 324. | सिर धुनना | पछताना/चिन्ता करना |
| 325. | सिर हथेली पर रखना | मृत्यु की चिन्ता न करना |
| 326. | सिर उठाना | विद्रोह करना |
| 327. | सितारा चमकना | भाग्यशाली होना |
| 328. | सूरज को दीपक दिखाना | अत्यधिक प्रसिद्ध व्यक्ति का परिचय देना |
| 329. | सब्ज बाग दिखाना | लोभ देकर बहकाना, लालच देकर धोखा देना |
| 330. | सिर से बला टालना | मुसीबत से पीछा छुड़ाना |
| 331. | सिर पर कफन बाँधना | मरने को प्रस्तुत रहना |
| 332. | सिर आँखों पर रखना | आदर सहित आज्ञा मानना |
| 333. | सोने की चिड़िया हाथ से निकलना | लाभपूर्ण वस्तु से वंचित रहना |
| 334. | सिक्का जमाना | प्रभाव डालना/प्रभुत्व स्थापित करना |
| 335. | सोने की चिड़िया होना | बहुत धनवान होना |
| 336. | साँप छछूंदर की गति होना | दुविधा में पड़ना |
| 337. | सीधे मुँह बात तक न करना | बहुत इतराना |
| 338. | सोने में सुगन्ध होना | एक गुण में और गुण मिलना |
| 339. | सौ-सौ घड़े पानी पड़ना | अत्यन्त लज्जित होना |
| 340. | सिर-मूँडना | ठगना |
| 341. | हवा से बातें करना | बहुत तेज दौड़ना |
| 342. | हाथ धोकर पीछे पड़ना | बुरी तरह पीछे पड़ना |
| 343. | हाथ तंग होना | धन की कमी या दिक्कत होना |
| 344. | होम करते हाथ जलना | भलाई करने में नुकसान होना |
| 345. | होंठ चबाना | क्रोध प्रकट करना |
| 346. | हवाई किले बनाना | थोथी कल्पना करना |
| 347. | हवा हो जाना | भाग जाना |
| 348. | हाथ पाव मारना | प्रयत्न करना |
| 349. | हथियार डाल देना | हार मान लेना/आत्मसमर्पण करना |
| 350. | हाथ पर हाथ धर कर बैठना | निष्क्रिय बनना/बेकार बैठे रहना |
| 351. | हवा के घोड़ों पर सवार होना | बहुत जल्दी में होना |
| 352. | हवा का रूख देखना | समय की गति पहचान कर काम करना |
| 353. | हाथ के तोते उड़ जाना | भौंचक्का रह जाना/ होश गंवाना |
| 354. | हाथ खींचना | सहायता बंद करना |
| 355. | हाथ पांव फूलना | घबरा जाना/विपत्ति में पड़ना |
| 356. | हाथ पैर मारना | मेहनत करना/प्रयत्न करना |
| 357. | हाथ साफ करना | ठगना |
| 358. | हुक्का पानी बंद करना | बिरादरी से बाहर करना |
| 359. | हथेली पर सरसों जमाना | जल्दबाजी करना |
| 360. | हाथ खींचना | साथ न देना/मदद बंद करना |
| 361. | हाथ धो बैठना | गंवा देना |
| 362. | हाथ पीले करना | विवाह करना |
| 363. | श्री गणेश करना | आरम्भ करना |
