समास: परिभाषा, भेद, उदहारण
समास | Samas समास की परिभाषा- समास शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है- छोटा रूप। अतः जब दो या दो से अधिक शब्द (पद) अपने बीच की विभक्तियों का लोप…
समास | Samas समास की परिभाषा- समास शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है- छोटा रूप। अतः जब दो या दो से अधिक शब्द (पद) अपने बीच की विभक्तियों का लोप…
संधि (Sandhi in Hindi) संधि की परिभाषा- दो ध्वनियों(वर्णों) के परस्पर मेल से होने वाले विकार या रूपान्तर को संधि कहते है। अर्थात् जब दो शब्द मिलते हैं तो प्रथम…
काल काल की परिभाषा- हिंदी व्याकरण में क्रिया के होने वाले समय को काल कहते हैं। जैसे- राकेश आज जयपुर गया। रोहित कल गाँव जायेगा। इन वाक्यों में आज, कल…
कारक कारक की परिभाषा- ‘कारक’ शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है ‘करनेवाला’ किन्तु व्याकरण में यह एक परिभाषित शब्द है। जब किसी संज्ञा या सर्वनाम पद का सम्बन्ध वाक्य में…
वचन सामान्यतः वचन शब्द का प्रयोग किसी के द्वारा कहे गए कथन या दिए गए आश्वाशन के अर्थ में किया जाता है, किन्तु व्याकरण में वचन का अर्थ संख्या से…
लिंग लिंग की परिभाषा- लिंग शब्द का अर्थ होता है- चिह्न या पहचान। जिसके द्वारा किसी विकारी शब्द स्री या पुरुष जाति का होने का बोध होता हैं, लिंग कहलाते…
अव्यय अव्यय की परिभाषा- ऐसे शब्द जिनमें लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि के कारन कोई विकार नहीं आता हो, अव्यय शब्द कहलाते हैं। ये शब्द हमेशा अपरिवर्तित, अविकारी और अव्यय…
क्रिया क्रिया की परिभाषा- जिस शब्द से किसी कार्य का होना या करना पाया जाता है, उसे क्रिया कहते हैं। संस्कृत में क्रिया रूप को धातु कहते हैं, हिंदी में…
विशेषण शब्द (Visheshan Shabd) विशेषण की परिभाषा- संज्ञा या सर्वनाम शब्द की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। जैसे- छोटी गेंद, नीला-आकाश, दुबली लड़की, कुछ पुस्तकें में क्रमशः…
सर्वनाम सर्वनाम की परिभाषा- संज्ञा शब्द के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। जैसे- मैं, हम, तुम, वे, आप आदि। इसका शाब्दिक अर्थ है- सब का…