जैन धर्म (Jainism)
जैन धर्म (Jainism) जैन धर्म (Jainism) के प्रवर्तक प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव माने जाते हैं। इनके बाद तेईस तीर्थंकर और हुए। लेकिन 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ से पूर्व तक के तीर्थंकरों के…
जैन धर्म (Jainism) जैन धर्म (Jainism) के प्रवर्तक प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव माने जाते हैं। इनके बाद तेईस तीर्थंकर और हुए। लेकिन 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ से पूर्व तक के तीर्थंकरों के…
वैदिक कालीन साहित्य वेद शब्द विद से बना है, जिसका अर्थ ज्ञान अथवा बुद्धिमत्ता होता है। प्राचीन आर्यों का ज्ञान वैदिक कालीन साहित्य के चार विख्यात वेदों में संग्रहित किया…
वैदिक सभ्यता व संस्कृति भारतीय इतिहास में 1500 ई.पू. से 600 ई.पू. तक के कालखण्ड को वैदिक सभ्यता की संज्ञा दी जाती है। इस सभ्यता का विकास ग्रामीण अर्थव्यवस्था के…
सिन्धु घाटी सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) 20वीं शताब्दी के आरंभ तक इतिहासकारों का मानना था कि वैदिक सभ्यता ही भारत की प्राचीनतम सभ्यता है। लेकिन 20वीं शताब्दी के तीसरे दशक (1921…
राजस्थान की प्रमुख बोलियाँ राजस्थान में बोली जाने वाली राजस्थानी भाषा की प्रमुख बोलियाँ निम्नानुसार हैं – मारवाड़ी – इस मारवाड़ी को कुवलयमाला में मरुभाषा कहा गया है। यह पश्चिमी…
राजस्थान की प्रमुख जनजातियाँ राजस्थान की प्रमुख जनजातियाँ निम्नानुसार हैं – मीणा जनजाति यह राजस्थान की सबसे ज्यादा जनसंख्या वाली जनजाति है। मीणा जनजाति के लोग मुख्यतः उदयपुर, जयपुर, दौसा,…
राजस्थान के विभिन्न आभूषण शरीर को आकर्षक व सुंदर दिखने के लिए महिलाएँ व पुरुषों द्वारा आभूषण पहने जाते है। कालीबंगा और आहड़ सभ्यता के युग की स्त्रियाँ मृण्मय तथा…
राजस्थान की प्रमुख प्रथाएँ राजस्थान की प्रचलित प्रमुख प्रथाएँ निम्न हैं - नाता प्रथा – नाता प्रथा में पत्नी अपने पति को छोड़कर किसी अन्य पुरुष के साथ रहने लगती…
राजस्थान के लोक नृत्य राजस्थान देश का सबसे बड़ा है और यहाँ अन्य भारतीय राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक लोक नृत्य प्रचलित है। यहाँ लोक नृत्यों की अपनी परम्पराएँ है…
राजस्थान के लोक नाट्य राजस्थान के लोक नाट्य खुले रंगमच पर अभिनीत होते है। इन लोक नाट्यों के कथानक वे होते हैं, जिनकी कथाएँ आम लोगों को विदित होती हैं।…